हम तुम ......तुम हम
पहुचे वहीँ चले थे जहासे
तुमको पाया तो सबको भुलाया
सबने हमे भुलाया तब तुम पास न थे
मान और माया में खुद को डुबाया
फिर भी दिलको सुकून न आया
तेरी चाहत में ये जिन्दगी गुजरे
नसीब को अपने हमने आजमाया
{सीता पालीवाल}
{सीता पालीवाल}
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