रक्षा बंधन एक रक्षा भी करवाता है
भाई बहन का प्यार, ये रक्षा बंधन ही समझाता है
रक्षा बंधन नाम अनोखा , रक्षा भी करवाता है
रेसम का धागा कहलाता ,पर शक्ति इसमें अनेक है
बहना प्यार से बांधे जब बंधन ये अटूट बन जाता है
एक- एक गाठ में अजर अमर की ,दुआ ये बहना करती है
हे परमेश्वर हे मेरे श्यामी, भैया मेरा अमर रहे
खुसिया से खुसहाल रहे ,मस्ती से भरपूर रहे
रेशम का धागा क्या है , ये तब ही समझ में आता है
किसी भाई की सुनी कलाई में , जब ये बंध जाता है
प्यारा सा ये प्यारा बंधन ,तब ही समझ में आता है .
{ सीता पालीवाल }